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बाजार का अर्थ क्‍या है एवं परिभाषा, बाजार के प्रकार एवं विशेषताएँ

  बाजार क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं? बाजार का क्या अर्थ लिखिए?/ बाजार एक ऐसे स्थान को कहते हैं जहां पर किसी वस्तु के क्रेता तथा विक्रेता एकत्रित होते हैं और वस्तुओं का क्रय विक्रय करते हैं परंतु अर्थशास्त्र में बाजार का अर्थ भिंन्‍न बताया गया है अर्थशास्त्र में बाजार का अर्थ एक ऐसे स्थान से है जहां किसी वस्तु के क्रेता विक्रेता फैले होते हैं उनमें स्वतंत्र प्रतियोगिता होती है जिसके कारण वस्तु के मूल्य में एक समान पाई जाती है उसे बाजार कहते हैं। अर्थशास्त्र में बाजार की परिभाषा दीजिए प्रोफ़ेसर मार्शल के अनुसार - बाजार शब्द से आशय किसी विशेष स्थान से नहीं होता जहां वस्तुएं खरीदी बेची जाती हो बल्कि मैसेज समस्त क्षेत्र से होता है जहां पर पिता विक्रेताओं के बीच स्वतंत्र रूप से लेनदेन हो जिससे किसी भी वस्तु का मूल्य सहज एवं सामान्य रूप से प्रगति रखता हो। प्रोफेसर एली के अनुसार  बाजार का अभिप्राय किसी ऐसे सामान्य क्षेत्र से होता है जिसमें वस्तु का मूल्य निर्धारित करने वाली शक्ति कार्यशील होती है। प्रोफ़ेसर कूर्नो के अनुसार  अर्थशास्त्र में बाजार शब्द का अर्थ ऐसे स्...

बजट क्या है, अर्थ, परिभाषा, प्रकार, विशेषताएं, महत्‍व, निर्माण की प्रक्रिया क्‍या है

budget ka mahatva budget ka arth budget ki visheshtaen budget ke prakar बजट का क्या अर्थ लिखिए? /  budget ka arth बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रांसीसी शब्द के   Bougette अर्थात चमड़े के थैले से हुआ है जिसमें आय और व्यय का अनुमान लगाया जाता है! खर्च को करने के लिए विभिन्न साधनों तथा पद्धतियों का प्रयोग किया जाता है और 1 वर्ष के विवरण को बताता है   बजट सरल परिभाषा क्या है ?/ budget ki paribhasha विलोबी के अनुसार -   बजट एक साथ ही एक रिपोर्ट या कह सकते अनुमान प्रस्ताव या एक ऐसा यंत्र है जिसकी सहायता से वित्तीय प्रशासन के समस्त क्रियाओं का समन्वय स्थापित करता है। रेने स्टोर्न के अनुसार बजट है एक ऐसा प्रपत्र है जिसमें सार्वजनिक आय और व्यय की स्वीकार की हुई योजनाएं समाहित होती है टेलर के अनुसार -  बजट सरकार के मास्टर वित्तीय योजना है भविष्य में आने वाली आय का अनुमान तथा बजट वर्ष के रखता प्रस्तावित खर्चों के अनुमान साथ साथ प्रदान करता है। बजट किसे कहते हैं बजट कितने प्रकार के होते हैं? भविष्य में आने वाले वर्ष के लिए सरकार द्वारा खर्च के अनुमानित आंकड़ों तथा चालू ...

बाजार का अर्थ , परिभाषा, प्रकार , व‍िशेषताएँँ , तत्‍व

bajar ka arth likhiye bajar kitne prakar ke hote hain bajar kya hai bajar se kya aashay hai bajar se aap kya samajhte hain bajar kya hota hai hindi mein bajar kaise likhate hain bajar ke prakar bajar mein kya hai bajar ka arth bajar ka arth kya hai bajar ko paribhashit kijiye bajar se kya abhipray hai bajar kitne prakar ke hain bajar ke prakar bataiye bajar kise kahate hain bajar ki paribhasha bajar ka visheshan bajar ka arth bataiye bajar ki visheshta bajar ki visheshtaen acche bajar ke kinhin do lakshanon ka ullekh kijiye bajar ki paribhasha dijiye  अर्थशास्त्र में बाजार का क्या अर्थ है?/  bajar ka arth? बाजार एक ऐसे स्थान को कहते हैं जहां पर किसी वस्तु के क्रेता तथा विक्रेता एकत्रित होते हैं और वस्तुओं का क्रय विक्रय करते हैं परंतु अर्थशास्त्र में बाजार का अर्थ भिंन्‍न बताया गया है अर्थशास्त्र में बाजार का अर्थ एक ऐसे स्थान से है जहां किसी वस्तु के क्रेता विक्रेता फैले होते हैं उनमें स्वतंत्र प्रतियोगिता होती है जिसके कारण वस्तु के मूल्य में एक समान पाई जाती है उसे बाजार कह...

समष्टि अर्थशास्त्र का अर्थ ,जनक, परिभाषा, व‍िशेषताए, सीमाऍं , महत्‍व

samashti arthshastra ki seemaen samashti ka arth amasti arthashastra in hindi समष्टि अर्थशास्त्र से आप क्या समझते हैं इसकी विशेषताओं और सीमाओं की व्याख्या करें? समष्टि अर्थशास्त्र का अर्थ क्या है?  samashti ka arth प्रोफ़ेसर बोल्डिंग के अनुसार समष्टि  अर्थशास्त्र को व्यापक अर्थशास्त्र भी कहते हैं। समष्टि अर्थशास्त्र में के व्यक्तिगत मात्राओं को अध्ययन नहीं किया जाता बल्कि इस तरह के मात्राओं का योग का अध्ययन किया जाता है। इसका संबंध व्यक्तिगत आय से नहीं बल्कि राष्ट्रीय से होता है व्यक्तिगत कीमत से नहीं बल्कि सामान्य कीमत के स्तर को अध्ययन करता है। व्यक्तिगत उत्पादन से नहीं बल्कि राष्ट्रीय उत्पादन का अध्ययन करता है। समष्टि अर्थशास्त्र में केवल व्यक्त का अध्ययन नहीं किया जाता बल्कि उसके पूरे जीवन का अध्ययन किया जाता है। समष्टि अर्थशास्त्र के जनक कौन है/ samashti arthshastra ke janak kaun hai ? माइक्रो शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम ऑस्‍लो विश्वविद्यालय में हुआ था इस शब्द को प्रोफेसर रेगनार फिशर ने वर्ष 1933 में किया था।। Macro शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के Makros शब्द से नि कला है ज...

bhartiya reserve bank ke karya भारतीय रिजर्व बैंक के पांच कार्य लिखिए

 bhartiya reserve bank ke karya भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना कब और किसने की  भारत में रिजर्व बैंक की स्थापना सन 1 अप्रैल 1935 को हुई थी भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कब हुआ भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण वर्ष 1948 में रिजर्व बैंक साजन एकाधिकार में हस्तांतरण अधिनियम पारित किया गया और 1 जनवरी सन 1949 को बैंक पर पूर्णता सरकारी अधिकार हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक का पुराना नाम State Bank of India भारतीय रिजर्व बैंक कहां है भारतीय रिजर्व बैंक का मुख्यालय मुंबई में स्थित है और स्थानीय कार्यालय दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, पटना, कानपुर, हैदराबाद, नागपुर व बेंगलुरु में स्थित है। भारतीय रिजर्व बैंक के पांच कार्य लिखिए पत्र मुद्रा का निर्गमन करना- हमारे देश के अंदर जो नोटों का निर्गमन होता है वह रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है उन नोटों में ₹1 के नोट और सिक्कों को है निर्गमन छोड़कर और जितने भी नोट संचालन करता है वह रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है। सरकार का बैंक रिजर्व बैंक केंद्र तथा राज्य सरकारों के बैंक के रूप में कार्य करता है यह सरकार की ओर से जमा राशि को स्वीकार करता है तथा सरका...

मुद्रा का अर्थ , परिभाषा , प्रकार

mudra ka arth avn paribhasha bataiye mudra ke prakar mudra ki paribhasha मुद्रा क्या है? / mudra kya hai मुद्रा वह वस्‍तु होती है जिससे सब जगह पर व्‍यापक रूप में विनिमय किया जाता है। इसमें मूल्‍य को मापा जाता है और ऋण भुगतान एवं धन को संचय करने में स्‍वतत्र रूप से स्‍वीकार किया जाता है । मुद्रा हि एक ऐसी वस्‍तु है जिससे सभी प्रकार के विनिमय में स्‍वीकार किया जाता है । और आर्थिक क्षेत्र में विकास करता है ।      मुद्रा की परिभाषा/ mudra ki paribhasha प्रो. मार्शल के अनुसार - मुद्रा उन सभी वस्‍तुओं को सम्मिलित किया जाता है जो किसी समय या स्‍थान विशेष पर बिना किसी  सन्‍देह या विशेष जाॅॅच प्रड्ताल  के वस्‍तु एवं सेवाओ  के क्रय विक्रय में भुगतान को सरलता से प्रचलित होती है।   मुद्रा किसे कहते हैं? mudra kise kahte hai मुद्रा कोई एसी वस्‍तु है जिसमें से विनिमय के माध्‍यम से मूल्‍य को माप किया जाता है ओर सभी व्‍यक्तियें को स्‍वीकार होती है इस वस्‍तु के माध्‍यम से कही भी लेन-देन कर सकता है । और पूरे क्षेत्र में इसका विस्‍तार फैला रहता है । और सभी क्षेत्र...

वित्तीय व्यवस्था से आप क्या समझते हैं?, अर्थ, परिभाषा, प्रकार, कार्य, विशेषताएं

वित्तीय प्रणाली की विशेषताएं अर्थव्यवस्था में वित्तीय प्रणाली की भूमिका वित्तीय प्रणाली के कार्य वित्तीय प्रणाली के घटक भारतीय वित्तीय प्रणाली क्या है भारतीय वित्तीय प्रणाली की संरचना भारतीय वित्तीय प्रणाली की भूमिका का वर्णन कीजिए वित्तीय व्यवस्था से आप क्या समझते हैं? वित्तीय अर्थव्यवस्था सुबह अर्थव्यवस्था होती है जिसके अंतर्गत वित्तीय संस्थाओं जैसे बैंक और मुद्रा रखने वाली संस्थाएं जिनमें लेनदेन होता है उनमें जो बच्चों का संग्रह होता है उसको निवेश को विस्तार एवं विकास के लिए प्रबंधन किया जाता है इनमें तत्व एवं संगठनों का समावेश होता है। इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम क्या है?भारतीय वित्तीय प्रणाली से आप क्या समझते हैं?  arthavyavastha mein vitteey pranaalee kee bhoomika भारत में वित्तीय प्रणाली के प्रमुख घटक हैं वित्तीय संस्थाएं गैर बैंकिंग, वित्तीय कंपनियां और ऐसी कंपनियां जो जोखिम पूर्ण कंपनियां जोकि मुद्रा का संग्रह करती हैं यह संस्थाएं भारत में ऋण का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है।  यह  सस्थाएं राष्ट्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर वित्त संस्थाएं स्थापित की गई हैं जो कि...