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आर्थिक विकास का महत्व | कारक , घटक, arthik vikas ki avashyakta avn mahatva likhiye

arthik vikas ka mahatva मानव विकास को प्रभावित करने वाले कारक manav vikas ko prabhavit karne wale karak विकास को प्रभावित करने वाले कारक pdf आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले आर्थिक एवं गैर-आर्थिक तत्वों की विवेचना कीजिए आर्थिक विकास का महत्‍व-  arthik vikas ka mahatva वर्तमान समय में संसार की मुख्‍य समस्‍या आर्थिक रूप पिछडेपन और विषमताओं को कम करने की है। संसार की बड़ी जनसंख्‍या है वह निर्धनता,बेकारी, निम्‍न स्तर जीवन, भूख, शोषण एवं बीमारी आदि की समस्‍याओं से भयंकर रूप से लड़ रहीं है। एक प्रकार से कुछ देश अत्‍यधिक विकसित है तो दूसरी प्रकार से अनेक देश ऐसे है जो अत्‍यधिक‍पिछड़ापन की अवस्‍था में हैं। इन पिछडेंपन के देशों का मुख्‍य उद्देश्‍य है देश को जल्‍दी से जल्‍दी विकास‍विकास  करना है। आर्थिक विकास होने के कारण प्रति व्‍यक्ति आय बढे़गी जिससे वस्‍तुओं की मॉंग बढ़ेगी एवं परिणाम स्‍वरूप उत्‍पादन के साथ विनियोग बढे़गा दूसरे शब्‍दों पूँजी निर्माण दर बढ़ेगी । इस तरह आर्थिक विकास का प्रवाह निरन्‍तर चलता रहेगा।  1) जीवन स्‍तर में वृद्धि -  आर्थिक विकास से आशय यह है कि राष...

प्राथमिक समंकों के संकलन की विधियों का वर्णन कीजिए। प्राथमिक समंक के गुण-दोष

prathmik samank kise kahate hain samank sankalan ki vidhiyan prathmik samank prathmik samank se kya aashay hai समंक संकलन की विधियां समझाइए   प्राथ‍म‍िक समंकों का संकलन  प्राथ‍म‍िक समंकों का संकलन निम्‍नलिखित विधियों से अध्‍ययन किया जाता है यह विधियॉं प्राथम‍िक विधियॉं कहलाती है।  1) प्रत्‍यक्ष व्‍यक्ति अनुसन्‍धान 2) अप्रत्‍यक्ष मौखिक अनुसन्‍धान  3) संवाददाताओं से सूचना प्राप्ति 4) सूचकों द्वारा अनुसूचियॉं या प्रश्‍नावली भरवाकर सूचना प्राप्ति  5) प्रगणकों द्वारा अनुसूचियॉं भरना  1) प्रत्‍यक्ष व्‍यक्ति अनुसन्‍धान प्रत्‍यक्ष व्‍यक्ति अनुसन्‍धान के अन्‍तर्गत अनुसंधानकर्ता स्‍वयं अनुसन्‍धान के क्षेत्र में  जाकर उन लोगों से जानकारी प्राप्‍त करता है जो अनुसन्‍धान के व‍िषय के क्षेत्र में जानकारी रखते है। यह व‍िधि से ऐसे अनुसन्‍धान के लिए सही होता है जिनका क्षेत्र सीमित तथा स्‍थानीय प्रकृति का होता है और जहा समंकों की मौलिकता, शुद्धता व गोपनीयता महत्‍वपूर्ण होती है। यदि अनुसन्‍धानकर्ता पक्षपात की भावना से दूर रहकर समंकों का संकलन करता है। तो इस व‍िधि से संकल...

berojgari ke arth अर्थ ,परिभाषा, प्रकार, क्षेत्र , कारण, उपाय, बेरोजगार पर निबन्‍ध हिन्‍दी

  berojgari ke prakar berojgari ke karan bharat mein berojgari ke karan mausami berojgari kya hai भारत में बेरोजगारी के प्रकार बेरोजगारी के प्रकार class 9 बेरोजगारी के प्रकार drishti ias prachan berojgari kya hai बेरोजगारी क्या है pdf chakriya berojgari kya hai berojgari kya hai Bharat mein berojgari ke karan Berojgari ke prakar Berojgari dur karne ke upay भारत में बेरोजगारी के कारण और निवारण भारत में बेरोजगारी की समस्या PDF बेरोजगारी की समस्या और समाधान pdf Berojgari ki samasya berojgari per nibandh hindi mein बेरोजगारी क्या है –berojgari essay | berojgari ka arth bataiye | berojgari kya hai वर्तमान समय में अल्‍पविकसित देशों अधिक देखने को मिलती है । भारत में रोजगार के अवसर बहुत कम है जिस कारण बेरोजगारी  दिनों दिन बढ़ती जाती है ।  वर्तमान समय में आधुनिक यंत्रों का प्रयोग करते है जिस कारण लोगों रोजगार में क्षति पहुचती है । बेरोगारी से देश की आर्थिक विकास में भी बाधा उत्‍पन्‍न होता है । बेरोजगार होने से निर्धनता फैलती है और रोजगार न होने के कारण लोग ऐसे कार्य करने...

समंक का अर्थ व प्रकार, प्राथमिक समंक और द्वितीयक समंक में अंतर बताइए

प्राथमिक एवं द्वितीयक समंक में 6 अंतर बताइए प्राथमिक एवं द्वितीयक समंक में अंतर बताइए समंक कितने प्रकार के होते हैं समंक के प्रकार प्राथमिक समंक किसे कहते हैं प्राथमिक तथा द्वितीयक समंक में अंतर प्राथमिक एवं द्वितीयक समंक में तीन अंतर बताइए प्राथमिक आंकड़ों एवं द्वितीयक आंकड़ों में कोई दो अंतर बताइए प्राथमिक और द्वितीयक समंक में क्या अंतर है? समंक तथा उनके प्रकार   समंक से क्‍या अभिप्राय है-  समंकों से अभिप्राय तथ्यो के उन समूह से होता है जो अनेक कारणों से पर्याप्त सीमा तक प्रभावित होते हैं जिन्हें संख्याओं के रूप में व्यक्त किया जाता है जिन्हें एक शुद्धता के उचित स्तर द्वारा गीना या की फिर अनुमानित किया जाता है। एक पहले से ही निश्चित उद्देश्य के लिए जिन्हें एकत्रित किया जाता है और जिन्हें एक दूसरे से संबंधित रूप में प्रस्तुत किया जाता है उसे समंक कहते हैं। संकलन की दृष्टि से समंक के प्रकार  1 प्राथमिक समंक 2 द्वितीयक समंक प्राथमिक समंक- वह समंक होते हैं जिन्हें अनुसंधानकर्ता द्वारा पहली बार किसी उद्देश्य विशेष की पूर्ति हेतु संकलित किया जाता है  दूसरे शब्दों में - ...

what are the scope of macroeconomics

  fallacy of composition macroeconomics | scope of macroeconomics| nature of macroeconomics What do you understand by macro economics? Explain its characteristics and limitations? What is the meaning of macroeconomics? According to Professor Boulding, macroeconomics is also called macro economics. In macroeconomics, individual quantities are not studied but the sum of such quantities is studied. It is not related to individual income but to national income and not to individual prices but studies the general price level. Studies not individual production but national production. In macroeconomics, not only the individual is studied but his entire life is studied. Who is the father of macroeconomics The word micro was first used in the University of Oslo. Professor Regnar Fischer did it in the year 1933. The origin of the word macro is the Greek word Makros. from to It is Kala which literally means big. Which in simple language is called Samast, Kul, Samutra, Samashti etc. Macro e...