निर्धनता का क्या अर्थ है, निर्धनता कितने प्रकार के होते हैं, निर्धनता किसे कहते हैं, भारत में इसके कारण क्या है,

 


निर्धनता का क्या अर्थ है?

निर्धनता का आशय है लोगों की उस स्थिति से है जिसमें समाज में निम्न स्तर से उपभोग करके जीवन यापन करते हैं। इस स्तर के लोग देशों में विभिन्न विभिन्न जगह में मिलते हैं और अपने निम्न स्तर से ही वह लोग गुजारा करते हैं। और भारत में अल्प विकसित होने के कारण जगह जगह पर ऐसे लोग दिख जाएंगे। 

आवश्‍यकताओं के अत्‍यधिक होने के ले लोग अपनी सभी आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए मजदूरी एवं दूसरी जगह रहकर भी काम करते है कभी - कभी ऐसा होता की ये लोग अपना पूरा परिवार लेकर भी सड़क के किनारे बसे होते है । फिर भी ये उतना धन को अर्जित नही कर पाते है जितना कि इनकी आवश्‍यकता को पूरा किया जा सके ।  

ग्रामीण निर्धनता के कारण / शहरी निर्धनता क्या है

ये लोग ग्रामीण एवं शहरों में होते है । ग्रामीण में जो लोग बसे होते है वह लोग खेतों, एवं भवन निर्माण , मजदूरी जैसे कार्यों को करता है उसी से अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करता है । जिससे की उसकी आमदनी कम होने पर भी वह अपने परिवार का किसी तरह गुजर बसर करता है ।  

शहरों में भी निर्धनता बहुत ज्‍यादा मात्रा में पाया जाता है वह भी अपनी आवश्‍यकताओं को ध्‍यान मे रखते हुए किसी होटल,दूकान, गराज, आदि स्‍थानों पर कार्य में लग जाते है और अपनी परिवार का भरण पोषण करते है । 

भारत में निर्धनता के तीन कारण बताइए

निर्धनता के सामाजिक कारण बताइए

1.भारत में ब्रिटिस शासन -
    ब्रिटिस शासन काल में विदेशों पर कच्‍चे माल को निर्यात और निर्मित माल को आयात करते थें जिस कारण से देश में औद्योगिक एवं कृषि क्षेत्रों को आधुनिक तकनीकियों से नही जोड़ा जिस कारण से देश में पिछडापन एवं निर्धनता व्‍यापक रूप से फैल गयी। 

2.प्राकृतिक संसाधनाें का अपव्‍यय  -

भारत में प्राकृतिक संसाधनों का कुशलता पूर्वक उपयोग नही किये जाने के कारण निर्धनता का व्‍यापक रूप से फैला हुआ है । भारत में खनिज प्रचूर मात्रा में होते हुए भी उसका औद्योगिक एवं कारखानों में उपयोग नही किया गया । और कृषि क्षेत्र में भी जल संसाधनों का विकास कम किया गया है। 
3.आय की  असमानताए -
भारत में सभी लोगों कि आमदनी अलग-अलग है जिसके कारण निर्धनता बढ़ता है । प्रति व्‍यक्ति की आय कम है हि लेकिन जो भी मिलती है उसको भी लोगों द्वारा छीन लिया जाता है ।

4. पूजी की कमी-

भारत में प्रति व्‍यक्ति की आमदनी कमी होने के कारण पूजी का स्‍तर नीचे हि जा रहा है। जिसके चलते पूजी का निवेश नही बढ़ पाता है और निर्धनता बढ़ता जाता है । 

5. जनसंख्‍या में वृद्धि -
भारत में जनसंख्‍या तेजी से बढ रही है जिसके कारण लोगों को रोजगारी नही मिल पाता है जिससे देश के अन्‍दर आर्थिक विकास में समस्‍या बनी हुई है ।=   
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